10 Lines on World War Orphans Day in Hindi । विश्व युद्ध अनाथ दिवस

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आज हम “विश्व युद्ध अनाथ दिवस पर 10 लाइन्स निबंध” लेकर आपके समक्ष आये है, इस आर्टिकल में आप ’10 Lines on World War Orphans Day in Hindi’ में पढ़ेंगे।

World War Orphans Day in Hindi

मानव जाति में बच्चे सबसे भावुक तथा संवेदनशील होते हैं। विश्व में ऐसे अनेक आने अनाथ बच्चे हैं, जो अपने माता पिता को खो चुके हैं। दुनिया में लावारिस बच्चों की कमी नहीं। भारत में कई बच्चे ऐसे ही पैदा होते हैं जिन्हें जन्म लेने के साथ ही कूड़ेदान में फेंक दिया जाता है। कई बच्चे ऐसे हैं जिनके माता-पिता किसी दुर्घटना में मारे गए हो और उसका कोई रिश्तेदार उसे पालने से इंकार कर दें। अनाथ बच्चों को भी सही भोजन,शिक्षा और जीवन का अधिकार है। अनाथ बच्चों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने हेतु प्रतिवर्ष 6 जनवरी को विश्व युद्ध अनाथ दिवस मनाया जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार एशिया में सबसे ज्यादा अनाथ बच्चों की संख्या है, जिसमें 61% बच्चे अनाथ है। अफ्रीका में आंकड़ा 58% है, जबकि यूरोप और अन्य पश्चिमी देशों में यह आंकड़ा कम है।

बच्चे कुपोषण और कई रोगों का शिकार होते हैं। अनाथ बच्चे तस्करी वालों के लिए भी आसान शिकार बनते हैं। भारत में कई अनाथ बच्चे ऐसे होते हैं, जो होटल में काम करते करते बड़े हो जाते हैं पर यूनिसेफ ने बाल श्रम पर प्रतिबंध लगा दिया है। यूनिसेफ के अनुसार ’18 वर्ष की उम्र से कम बच्चा जिसके माता-पिता युद्ध में मारे गए हो या किसी कारणवश नहीं हो तो वह बच्चा अनाथ कहलाएगा’ ।

क्यों मनाया जाता है यह दिवस?

यह दिन उन बच्चों को संबोधित करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने युद्ध में अपने माता पिता को खो दिया है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में जागरूकता फैलाना और युद्ध के अनाथ या संघर्ष में बच्चों द्वारा सामना किए गए संकटों को दूर करना है। साथ ही अनाथालय में बड़े होने वाले बच्चों को अक्सर समाज की खरी-खोटी सुननी पड़ती है, जिससे उनके अंदर एक नकारात्मक सोच विकसित होती है। बच्चे अनाथ है तो इसमें उनका क्या दोष? पर समाज के कटाक्ष उन्हें झेलने पड़ते हैं। उन्हें समाज में हर जगह भेदभाव का सामना करना पड़ता है। दुनिया के लिए यह संकट एक मानवीय और सामाजिक संकट बन गया है, जो दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इस दिन कई बच्चों के जीवन पर प्रकाश डाला जाता है,जो युद्ध के परिणामों से प्रभावित होकर बिना परिवार के रह जाते हैं।

वर्ल्ड वॉर ऑर्फ़न डे का इतिहास 

एक रिपोर्ट के अनुसार युद्ध संगठन के लिए विश्व अनाथ दिवस की शुरुआत फ्रांसीसी संगठन द्वारा की गई थी। कई देश जो युद्ध क्षेत्र बन गए हैं। वहां के नागरिकों को बिना किसी विकल्प के युद्ध के कष्टों का सामना करना पड़ता है। जिन अपेक्षित बच्चों को बिना परिवारों के छोड़ दिया जाता है, वे युद्ध पीड़ितों में से एक होते हैं, जो सबसे अधिक कठिनाइयों का सामना करते हैं क्योंकि उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता। 

अनाथ किसे माना जाता है?

यूनिसेफ के अनुसार ’18 वर्ष के नीचे कोई बच्चा अगर मां या बाप या दोनों में से किसी को युद्ध में खो चुका है वह अनाथ कहलाएगा’। यूनिसेफ के आंकड़ों के अनुसार 2015 में वैश्विक स्तर पर लगभग 140 मिलियन बच्चे अनाथ थे ।

विश्व युद्ध दिवस 2023 का थीम

विश्व युद्ध अनाथ दिवस 2023 का थीम युद्ध प्रभावित बच्चों के लिए खड़े होना है और इसका उद्देश्य इन बच्चों के सामने आने वाली चुनौतियों और उनकी आवश्यकताओं के को सर्वोत्तम तरीके से पूरा करने पर वैश्विक ध्यान केंद्रित करना है।

 2022 में इस दिन का थीम था ‘भयानक स्थिति में बच्चों की देखभाल एक दायित्व है विशेष रूप से एक महामारी के सामने’ यूनिसेफ के आंकड़ों के अनुसार 18वीं 19वीं और 20वीं सदी की शुरुआत में युद्ध में लगभग आधे पीड़ित नागरिकों में बच्चे शामिल थे और यह संख्या 2001 तक धीरे-धीरे बढ़ती गई इस वर्ष के बाद संख्या मे गिरावट आई है । दुनिया भर के कई देशों में नागरिक युद्ध के शिकार हो रहे हैं ,इनमें बच्चे मूकबधिर शिकार हैं। लाखों बच्चे युद्ध क्षेत्र और बिना परिवार वाले जातीय संघर्ष में बढ़े हुए हैं। अनाथो को ना केवल अपने बल्कि अपने छोटे भाई बहन की भी देखभाल करने के लिए मजबूर किया जाता है। इस प्रकार यह दीन अनाथ की दुर्दशा पर प्रकाश डालता है और हमें याद दिलाता है कि प्रत्येक बच्चे की देखभाल की जानी चाहिए।

10 Lines on World War Orphans Day in Hindi

  1. जो व्यक्ति या अनाथ की मदद करना चाहते हैं वे युद्ध अनाथों को सुरक्षित रखने की आवश्यकता के बारे में जागरूकता फैला सकते हैं।
  2. संकट क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों के कल्याण के लिए अपना योगदान देकर देखकर हम सभी अनाथ बच्चों की मदद कर सकते हैं।
  3. वर्तमान दौर में युद्ध क्षेत्र में कई समाजसेवी संगठन काम कर रहे हैं और कई एनजीओ भी क्षेत्र में कार्यरत हैं।
  4. ऐसे संगठन ऐसे बच्चों की जानकारी इकट्ठा करने के बाद उनके जीवन को संवारने में लगे हैं।
  5. इस दिन का उद्देश्य जागरूकता फैलाने और युद्ध संघर्ष में बच्चों द्वारा सामना किए गए संकटों को दूर करना है।
  6. अनाथालय में बड़े होने वाले बच्चे अक्सर भावनात्मक और सामाजिक भेदभाव का सामना करते हैं।
  7. साथ यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार 2015 में विश्व स्तर पर लगभग 140 बच्चे थे।
  8. संघर्ष की स्थिति में कई बच्चे यौन शोषण का सामना करते हैं।
  9. युद्ध जातीय संघर्ष और संसाधनों पर लड़ाई के बीच संघर्ष में लाखों बच्चे अनाथ हो जाते हैं।
  10. युद्ध के अनाथों के विश्व दिवस पर यह उच्च समय है, जब हम खुद को याद दिलाते हैं कि हर बच्चे की देखभाल की जानी चाहिए।

5 Lines on World War Orphans Day in Hindi

  1. इस दिवस का उद्देश्य जागरूकता फैलाना और युद्ध के अनाथ या संघर्ष में बच्चों द्वारा सामना किए गए संकटों को दूर करना है।
  2. यह दिन कई बच्चों के जीवन पर प्रकाश डालता है जो युद्ध के परिणामों से प्रभावित हुए हैं।
  3. इस दिवस की शुरुआत फ्रांसीसी संगठन S. O. S इन्फेंट एंइ डिड्रेस द्वारा की गई थी।
  4. अनाथ बच्चे ज्यादा कुपोषण रोगों का शिकार होते हैं।
  5. ऐसे अनाथ बच्चों को भी समाज के कटाक्ष का शिकार होना पड़ता है।

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FAQ on World War Orphans Day in Hindi

1) विश्वयुद्ध अनाथ दिवस कब मनाया जाता हैं ? 

 उत्तर -विश्वयुद्ध अनाथ दिवस प्रतिवर्ष 6 जनवरी को मनाया जाता है ।

2) विश्वयुद्ध अनाथ दिवस क्यों मनाया जाता है?

उत्तर -विश्वयुद्ध अनाथ दिवस वैश्विक समुदाय में विशेष रुप से कमजोर समूह की दुर्दशा को सुधारने के लिए और लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है ।

3) अनाथालय में पलने वाले बच्चों को कैसे मुश्किलों का सामना करना पड़ता है?

 उत्तर- अनाथालय में बच्चों को भावनात्मक सामाजिक और शारीरिक बाधाओं का सामना करना पड़ता है ।

4) यूनिसेफ के अनुसार अनाथ कौन है ?

उत्तर -यूनिसेफ के अनुसार अनाथ वह है जो 18 वर्ष से कम उम्र का बच्चा है तथा जिसने माता पिता को खो दिया है ।

5) वर्ल्ड वॉर ऑर्फ़न डे की शुरुआत कैसे हुई?

उत्तर -वर्ल्ड वॉर ऑर्फ़न डे की शुरुआत फ्रांसीसी संगठन एस ओ एस इंफैंटस एंड डिट्रेस संगठन द्वारा की गई।