क्रिकेट पर निबंध हिंदी में । cricket essay in hindi

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क्रिकेट भारत के हर व्यक्ति के ह्रदय में बसने वाला खेल है। आज हम आपके लिए इस पोस्ट में cricket essay in hindi ले कर आये है । क्रिकेट निबंध को आप स्कूल और कॉलेज इस्तेमाल कर सकते है । इस हिंदी निबंध को आप essay on cricket in hindi for class 1, 2, 3 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 तक के लिए थोड़े से संशोधन के साथ प्रयोग कर सकते है।

विश्व मे लोगो को सबसे ज़्यादा पसंद आने वाला खेल क्रिकेट है। क्रिकेट लोकप्रिय खेल है। लोगो को क्रिकेट से जुड़ी जानकारी पढ़ना भी पसन्द है।वे इस खेल को देखने, खेलने, व इसके बारे में पढ़ने में समान रुचि रखते है। यह खेल युवाओं को, बच्चों को व वृद्धजनों को समान रूप से पसंद आता है। हर उम्र का मनुष्य क्रिकेट पसंद करता है। बच्चे बचपन से ही छोटे छोटे क्रिकेट बेट खरीद कर लाते है और खूब खेलते है। बच्चों में बचपन से ही क्रिकेट खेलने की धुन सवार होती है। हर दूसरे बच्चे ने अपने बचपन मे एक बार क्रिकेटर बनने का स्वप्न ज़रूर देखा होता है। बच्चों के जीवन को क्रिकेट प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है। बच्चों को क्रिकेट खेल पसंद है वह इस खेल को खेलते है तो उनके शौक के पूरे होने के साथ शारारिक व मानसिक विकास भी कुशल होता है। क्रिकेट हर किसी की पसंद है चाहे वो पुरुष हो या स्त्री। क्रिकेट केवल पुरुषों तक सीमित नही है। क्रिकेट में स्त्रियां भी आगे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेती है। समय के साथ साथ अन्य क्षेत्रों के अलावा खेल में भी स्त्रियां नेतृत्व करती नज़र आती है। क्रिकेट में पुरुषों की व महिलाओं की अलग अलग टीम होती है। 

प्रस्तावना- क्रिकेट भारत देश के साथ हर देश के लोगो पसंद करते हैं। वहां के लोग भी क्रिकेट में रुचि रखते है। यह खेल बेहद लोकप्रिय है। मैच के वक़्त लोगो मे विशेष प्रकार की ऊर्जा नज़र आती है। ऐसा प्रतीत होता है कि वह खुद इस खेल को खेल रहे है। लोग अपने पसंदीदा खिलाड़ी की बैटिंग व बोलिंग देखते है। पूरे मैच के दौरान दो देशों की टीमो के खेल में जम कर टकरार होती है। यह खेल की राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के लिए युवा अथक प्रयास करते है। वे बचपन से क्रिकेट का जुनून पैदा करते है।आज के समय मे क्रिकेट के लिए विभिन्न अकादमी भी बन गयी है। जिसमे बच्चे क्रिकेट खेलना सीखते है। वहां बड़े बड़े ट्रेनर उन्हें क्रिकेट खेलना और अपना अलग स्थान बनाने की सीख देते है। क्रिकेट खेल के अपने बहुत नियम होते है। परंतु इसके बावजूद वह रौमांचक होता है। क्रिकेट ने भारत को आर्थिक रूप से भी मज़बूत किया। क्रिकेट खेल के आयोजन के समय पर विदेशी कंपनी खेल में निवेश करती है। जिससे उनके प्रोडक्ट का प्रचार प्रसार हो सके। जिससे ज़्यादा लोगो तक विज्ञापन पहुचे। क्रिकेट खेल के समय अन्य विदेशी कंपनी भारत मे अपना प्रोडक्ट लॉन्च करती है। इस प्रकार से भारत देश व विभिन्न विदेश को आर्थिक रफ्तार मिलती है। और देशों के मध्य अच्छे संबंध भी स्थापित होते है। 

इतिहास व अन्य तथ्य –  क्रिकेट खेल 16वी सदी से खेला जा रहा है। धीरे धीरे इसे और भी लोग जानने लगे। दक्षिणी इंग्लैंड में यह खेल की शुरुवात हुई। लेकिन बड़े रूप में इसे 1844 से खेला जाने लगा। 1844 में यूएसए और कन्नडा के मध्य मैच हुआ। यह न्यूयॉर्क के सेंट. जॉर्जस क्रिकेट क्लब में खेला गया। 1909 में आईसीसी की स्थापना हुई। आईसीसी विश्व भर में खेल का आयोजन करती है।  क्रिकेट के विभिन्न टूर्नामेंट होते है। जैसे वर्ल्ड कप, आईपीएल, टेस्ट मैच, वन डे, ट्वेंटी-20। इस खेल को राष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए देश के मंझे खिलाड़ी ही चुने जाते है। यह खेल विश्व स्तर पर आयोजित किया जाता है। दो देशों की टीमो के बीच कढ़ा मुकाबला होता है। यह मैच अलग अलग देश मे अलग अलग स्थान पर खेल जाता है। जहां पर यह खेल खेला जाता है उसे हम स्टेडियम कहते है। और उस ग्राउंड को पिच कहते है। खेल का निश्चित समय नही होता। सुविधा अनुसार कमिटी की तरफ से खेल का समय सुनिश्चित किया जाता है। यह खेल अलग अलग देश मे अलग अलग मौसम में खेला जाता है। जैसे गर्मी के मौसम में (यूके), ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, में क्रिकेट मैच खेला जाता है। वेस्टइंडीज, भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश में ज़्यादातर मानसून के बाद सर्दियों में खेला जाता है। क्रिकेट सौलहवीं सदी से खेला जाता था। फिर धीरे धीरे सत्रहवीं सदी, अट्ठारवीं सदी, उन्नीसवीं सदी, बीसवीं सदी तक वह विश्व भर में बच्चे बच्चे का पसंदीदा खेल बन गया। लोग धीरे धीरे इस खेल को खूब पसंद करने लगे और आज इक्कीसवीं सदी में ये खेल को लोग देखना, खेलना तथा इसके बारे में पढ़ना भी पसंद करने लगे। क्रिकेट का जुनून आज हर व्यक्ति में नज़र आता है। यह खेल किसी एक दो देश तक सीमित नही है। यह खेल विश्व प्रसिद्ध है। हमारे देश  में भी पहले से ऐसी कमिटी थी जो खेल आयोजन करती थी। फिर कुछ समय मे इस खेल को बढ़ा रूप दिया गया। क्योंकि यह खेल विश्व प्रसिद्ध बन गया था। क्रिकेट के बारे में वैसे तो हर कोई जानता था पर आज इसके इतिहास के बारे में भी हमने जाना। वर्ल्ड कप जैसे बड़े मैच 4 साल में एक बार होते है। आईपीएल भारत मे हर वर्ष आयोजित किया जाता है। ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच 20 अवर का होता हैं। ऐसे ही अन्य टूर्नामेंट होते है जो कि अलग अलग अवर के होते है। 

क्रिकेट के नियम- किस तरह से क्रिकेट खेला जाता है यह आज के समय मे बच्चा बच्चा जनता है। परन्तु हम शुरुवात से ही क्रिकेट खेलने की विधि की चर्चा करेंगे। अन्य खेलों की तरह क्रिकेट खेलने के भी विभिन्न नियम होते है। यह खेल बल्ले व बॉल से खेला जाने वाला खेल है। यह खेल स्टेडियम की पिच पर खेला जाता है। ग्राउंडमैन द्वारा ग्राउंड तैयार किया जाता है। घास व पथ्थर को हटा कर इसे एक प्लेन सतह के समान किया जाता है। ग्राउंड का नाप अलग अलग हो सकता है। ज़्यादातर 130 से 150 मी0 सामान्य माना जाता है। इसका ग्राउंड किसी भी आकार में हो सकता है। गोलाकार, चौकोर, अंडाकार। परंतु ज़्यादातर जगह क्रिकेट के लिए अंडाकार  प्रसिद्ध है। ग्राउंड बनाते वक्त रन की बाउंड्री बनाई जाती है। कई बार उसे कलर से मार्क किया जाता है। पूरे ग्राउंड में कैमरे लगाए जाते है। कुछ इस तरह से क्रिकेट खेल का ग्राउंड तैयार होता है। अगर क्रिकेट खेल की बात करे तो इस खेल को खेलने के लिए दो टीम में मुकाबला होता है। दोनो टीम में 11-11 खिलाड़ी होते है। जिसमे शानदार बल्लेबाज़ व गेंदबाज़ शामिल है। दोनो टीम के मुकाबले के दौरान एक टीम को जीतने के लिए दूसरी टीम से ज़्यादा रन बनाने होते है। या फिर सभी खिलाड़ी को आउट करना होता है। बिना खिलाड़ी को आउट करे ज़्यादा रन बना कर भी मैच जीता जा सकता है। इस खेल के दिशा निर्देश व पारदर्शिता पूर्वक न्याय के लिए एम्पायर होता है। जो निष्पक्ष रूप से आउट होने व रन बनने के बारे में बताता है। जब एक टीम बल्ले बाज़ी कर रही होती है तब दूसरी टीम गेंदबाजी कर रही होती है। गेंदबाज़ टीम के सभी खिलाड़ी ग्राउंड में अलग अलग जगह फील्डिंग के लिए खड़े होते है। उनका उद्देश्य दूसरी टीम को रन बनाने से रोकने का होता है। इस खेल में 4 रन, 6 रन व 1 रन बनते है। जब बल्लेबाज़ द्वारा गेंद कही भी ग्राउंड पर टकरा कर बाउंड्री पर लगती है तो उसे 4 रन माना जाता है। जब बल्लेबाज़ द्वारा गेंद बिना कही ग्राउंड पर टकराये सीधा बाउंड्री पर लग जाती है या बाउंड्री के बाहर चली जाती है तो उसे 6 रन माना जाता है। जब गेंद बिना कही टकराये सीधा पकड़ ली जाती है तो उसे कैच आउट माना जाता है। इस खेल की शुरुवात में टॉस होता है। टॉस जीतने वाली टीम निश्चित करती है कि वह पहले गेंदबाजी करना चाहेंगी या बल्लेबाज़ी। एक टीम की बल्लेबाज़ी के बाद दूसरे टीम की बल्लेबाजी की बारी आती है। एक टीम ने जितने रन बनाए है उससे ज़्यादा रन बनाने का लक्ष्य दूसरी टीम का होता है। मैच जीतने वाली टीम को ट्रॉफी व अन्य तोहफे दिए जाते है। यह मैच अलग अलग दिन अलग अलग टीम के साथ भी खेलते है। इसी तरह से यह खेल हर्ष उल्लास के साथ खेला जाता है। 

उपसंहार– यह खेल राष्ट्रीय व अंतर राष्ट्रीय रूप से खेला जाता है। परंतु इसके कारण दो देशों के बीच मे कोई खटास नही होती। इस खेल को दो देश की लड़ाई न मानते हुए मात्र एक खेल माना जाता है, जिसमे हार जीत तो स्वाभाविक होती है। 

इस खेल की एक विशेष सुंदरता है। एक टीम का हारना और दूसरी टीम का जितना तो स्वाभाविक है। परंतु हारने वाली टीम बिना कोई बेर पाले जीतने वाली टीम को गले मिलकर बधाई देती है। इससे दो देश के मध्य संबंध पर कोई असर नही पड़ता। दोनो ही टीम आपस मे सरल व सहज भाव रख खेलती है। दोनो देश के मध्य मैच होने बाद भी कोई एक दूसरे से बेर नही रखता यही इस खेल की सुंदरता है। भारत देश का नाम पूरे विश्व मे रौशन करने वाले क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी, कपिल देव, युवराज सिंह, रोहित शर्मा, विराट कोहली, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर इत्यादि है। इन्होंने इस खेल के माध्यम से भारत को ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

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