मकर संक्रांति पर्व मान्यता और पौराणिक कथा I Makar Sankranti Festival

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Makar Sankranti । Makar Sankranti 2021। Makar Sankranti in Hindi

मकर संक्रांति कब है ? । When is Makar Sankranti?

     मकर संक्रान्ति मुहूर्त 14 जनवरी, 2021 (बृहस्पतिवार )

पुण्य काल मुहूर्त               :          08:03 AM से 12:30 PM तक

अवधि                              :           4 घंटे 26 मिनट

महापुण्य काल मुहूर्त         :          08:03 AM से 08:27 AM तक

अवधि                              :           0 घंटे 24 मिनट

संक्रांति पल                      :          08:03 AM

मकर संक्रांति भारत में मनाया जाने वाला हिन्दुओ का प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है I मकर संक्रांति  का एक विशेष महत्व इसलिए भी है क्योकि भारत के विभिन्न क्षेत्रों में लोग अपनी मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए इसे मनाते है I मकर संक्रांति को शीत ऋतू में १४ जनवरी को मनाया जाता है I मकर संक्रांति पौष माह (हिन्दू पंचांग) में सूर्य का मकर राशि में प्रवेश करने पे मनाया जाता है I शास्त्रों में इसका विशेष महत्व बताया गया है I

हिन्दू पर्व या त्यौहार सभी विज्ञान के रहस्यों को अपने आप में समेटे हुए है I प्राचीन विज्ञान जिसे आधुनिक विज्ञान भी पूरी तरह समझने में विफल है या यू कहे अभी समय शेष है प्राचीन ज्ञान को समझने के लिए I मकर संक्रांति के बाद शीत ऋतू धीरे धीरे विराम की ओर अग्रसर होने लगती है I दिन बड़े होने लगते है सूर्य का तेज बढ़ने लगता है I

Makar Sankranti Hindi Wishes

मकर संक्रांति की प्राचीन मान्यता, पौराणिक कथा और आधुनिक दृष्टिकोण  Makar Sakranti

प्राचीन मान्यता और पौराणिक कथा

पुराणों ओर प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भगवान् सूर्य अपने पुत्र कर्मफल दाता भगवान शनि से मिलने जाते है I भगवान शनि ओर भगवान सूर्य के विचार ओर सम्बन्धो में मतभेद होने के बाद भी सूर्य देव अपने पुत्र से प्रेम ओर स्नेह से मिलने है I भगवान शनि मकर राशि में होने है ओर सूर्य भगवान का भी आगमन मकर राशि में होता है इसी शुभ घड़ी को मकर संक्रांति का नाम दिया गया I

फसल कटाई और किसानो की खुशियों से भरा त्यौहार

भारत एक कृषि प्रधान देश रहा है और है I मकर संक्रांति फसल काटने और नई ऋतू के आगमन का त्यौहार है I किसानो की मेहनत अनाज के रूप में उन्हें प्राप्त होती है इसी की ख़ुशी का त्यौहार है मकर संक्रांति I भारत के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न नामो और रूपों में ये त्यौहार मनाया जाता है I अगर इस त्यौहार को किसानो का त्यौहार कहे तो ये कहना गलत न होगा I

आधुनिक दृष्टिकोण

इस पौराणिक कथा को हम आधुनिक युग में सामान्य भाषा में समझना चाहे तो यू कह सकते है शनि भगवान शीत ऋतू के प्रतिक है शीत ऋतू में सूर्य का प्रकाश पूरी तरह से पृथ्वी को नहीं मिल पता जिससे विटमिन डी ओर हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता से होने वाली बीमारिया बढ़ जाती है I भगवान सूर्य जब आते है तो शीत ऋतू धीरे धीरे गमन कर समाप्ति की ओर चल देती है I

भारतीय पर्व मकर संक्रांति ओर इसके विभिन्न रूप

पोंगल

पोंगल भारत के दक्षिण में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध त्यौहार है I यह त्यौहार विशेष कर तमिलनाडु, केरल, आन्ध्रा प्रदेश में मनाया जाने वाला हिन्दू पर्व है I यह पर्व ३ दिन तक चलने वाला पर्व है I यह किसानो का पर्व है धान की फसल कटने के बाद लोगो में ख़ुशी का पौराणिक रूप है पोंगल त्यौहार I

उत्तरायण

उत्तरायण गुजरती त्यौहार है I यह विशेष कर गुजरात में मनाया जाता है I यह १४ अथवा १५ जनवरी को मनाया जाता है I इस दिन गुजरात में पतग उड़ाई जाती है I लोग व्रत रखते है तिल व मूंगफली की चिक्की, गुड़ पट्टी, गजक आदि बनाई ओर खायी जाती है I

लोहड़ी

लोहरी पंजाब का प्रसिद्ध त्यौहार है I यह त्यौहार फसल की कटाई के बाद १३ जनवरी को मनाया जाता है I इस दिन शाम को सब लोग मिलकर लकड़ियों के ढेर को जलाते है गीत गाते जाते है ओर तिल, गुड़, फुल्ले, मूंगफलिया आदि की आहुति अग्नि में देते है ओर खाते भी है I

बिहू

भारत के उत्तर पूर्व (नार्थ ईस्ट) असम में भोगली बिहू पर्व मनाया जाता है I बिहू पर्व में होलिका (लकड़ियों का ढेर ) जलाया जाता है I यह त्यौहार भी किसानो के तिल, चावल, नारियल ओर गन्ने की फसल की कटाई के बाद मनाया जाता है I

वैशाखी

वैशाखी पंजाब का सुप्रसिद्ध त्यौहार है I सिखो का यह पर्व फसल काटने के समय मनाया जाता है I गेहू जिसे कनक (सोना) की संज्ञा सीखो ने दी है उसके आने से घर के भंडार भर जाते है ओर इस ख़ुशी को वैशाखी त्यौहार के रूप में मनाया जाता है I

खिचड़ी

भारत के पूर्वी हिस्से उत्तर प्रदेश ओर बिहार में इस पर्व को खिचड़ी त्यौहार के रूप में जाना जाता है I इस दिन पवित्र नदियों में डुबकी लगा कर दिन का प्रारम्भ किया जाता है I इलाहाबाद माघ कुम्भ  इसी समय शुरू होता है I इस दिन दही चिवड़ा ओर तिल के लड्डू खाये जाते है ओर रात में मिश्रति अनाज की खिचड़ी बनायीं जाती है जिसे भगवान को भोग लगाने के बाद प्रसाद के रूप में ग्रहण किया जाता है I

सकरात

मध्यप्रदेश में सकरात पर्व मनाया जाता है I यह पर्व बिहार, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, और सिक्किम में भी मनाया जाता है I तिल और गुड़ से बनी मिठाइयों से इस पर्व को मिठास और बढ़ जाती है I

मगही

हरियाणा और हिमाचल के क्षेत्रों में मकर सक्रांति को मगही पर्व के रुप में भी मनाया जाता है I

कश्मीर

कश्मीर में मकर सक्रांति को शिशुर संक्रांत के नाम से जाना और मनाया जाता है I